मोटिवेशनल कोट्स हिंदी में :
दोस्तों मोटिवेशन कहीं बाहर से नहीं आता है मोटिवेशन हमारी खुद की एक एनर्जी होती है जो हमें तुरंत कार्य करने के लिए प्रेरित करती है कुछ अच्छा करने के लिए हमें uksati है वही मोटिवेशन होता है हम कहीं दूसरे लोगों के जीवन से प्रेरणा लेते हैं और हम सोचते हैं कि हम उनके जैसे क्यों नहीं है हमें उनके जैसे होना चाहिए तो हम उनके जैसी काम करने की कोशिश करते हैं हमारा उद्देश्य इस पेज को सरकारीरिजल्ट बाबा से जोड़ने का उद्देश्य यह है जो स्टूडेंट्स प्रेरणा की कमी के कारण अच्छे तरीके से एग्जाम तैयारी नहीं कर पाते हैं यहस्टूडेंट्स की मदद करेगा
दोस्तो आप अच्छे तरीके से जानते हैं कि दुनिया में कुछ भी करने के लिए आपको मेहनत और जुनून की आवश्यकता होती है बिना मेहनत के आप कुछ भी प्राप्त नहीं करते हैं भले ही वह खाना खाने का काम ही चढ़ाव आपके सामने आपके खाने की थाली रखी हुई है और आप की सोच मात्र से उस खाने को नहीं खा सकते और ना ही उस खाने से मिलने वाले फायदे को यानी कि एनर्जी को आप प्राप्त कर सकते हैं आपको उस खाने का फायदा प्राप्त करने के लिए कुछ खाने को खाना पड़ेगा यानी कि फिजिकली मेहनत करनी पड़ेगी ऐसा कभी नहीं होता कि आप किसी आम के पेड़ के नीचे बैठे हैं और आप खुद ब खुद आ कर के आप के मुंह में चला जाए आपको आम खाने के लिए खड़े होने की आवश्यकता होती है पेड़ पर चढ़ने की आवश्यकता होती है और आम तोड़कर के हो तो खाने की आवश्यकता होती है एक कहानी में दो दोस्त एक पेड़ के नीचे लेटे हुए थे और दोनों दोस्त यह चाहते थे कि आम खा जाए लेकिन दोनों ही कोई काम करना नहीं चाहते थे वही चाहते थे कि आम सेम टूट कर के हमारे मुंह में आ जाए तो क्या दोस्तो ऐसा हो भी सकता है बिना चले मंजिल तक पहुंचा नहीं जा सकता हम केवल मंजिल की कल्पना कर सकते हैं पहुंच नहीं सकते पहाड़ पर चढ़ने के लिए हमें पहाड़ की ऊंचाई पर चढ़ना ही पड़ेगा तभी हम पार्ट की ऊंची चोटी पर पहुंच पाएंगे और दोस्तों इस जहान में आप जो चाहते हैं वह प्राप्त कर सकते हैं बशर्ते आपको जरूरत होती है तो ईमानदारी से मेहनत करने और धैर्य रखने की मंजिल की तरफ कदम बढ़ाने की जब आप किसी भी अड़चन के सामने झुकते नहीं है तो दुनिया में कोई भी ऐसी सामर्थ ताकत नहीं है जो आपको आपकी मंजिल तक पहुंचने से रोक सके कई बार देखा होगा कि हम मेहनत करते हैं लेकिन हमें परिणाम प्राप्त नहीं होते उसका कारण की वजह होता है कि हमने इतनी मेहनत नहीं की जितनी मेहनत उस परिणाम के लिए आवश्यक थी इसके लिए एक उदाहरण देता है पानी को गर्म करने के लिए 100 डिग्री सेंटीग्रेड तापमान की आवश्यकता होती है पानी को गर्म करने की सोच रहे हैं और आप केवल टेंपरेचर दे रहे हैं 50 डिग्री सेंटीग्रेड तो क्या आप का पानी गर्म होगा नहीं होगा अब बात आती है कि एक व्यक्ति का जो स्टॉप है जो हीटर है वह एक सेकंड में हंड्रेड डिग्री टेंपरेचर की प्राप्त कर लेना है दूसरे व्यक्ति का दोस्तों की और हिटर है वह 10 मिनट लगाता है डिग्री टेंपरेचर प्राप्त करने में सुनी सी सी बात है दोस्तों पहले वाला जो व्यक्ति है उसका पानी बहुत जल्दी से गर्म हो जाएगा और जो दूसरा वाला व्यक्ति है उसके पानी को गर्म होने में 10 मिनट लगेंगे तो ठीक उसी प्रकार से प्रत्येक व्यक्ति का दिमाग मस्तिक एक समान नहीं होता है उसकी सोचने की क्षमता है उसके कार्य करने की क्षमता है अलग-अलग होते हैं इसलिए जिस व्यक्ति का दिमाग तेज होता है तो कम प्रयास करने की आवश्यकता होती है और दोस्तों जिन व्यक्तियों का दिमाग तेज नहीं होता है उन व्यक्तियों को आदि प्रयास करने की आवश्यकता होती है सीधी सी बात है अगर आप किसी कार्य को करने के पश्चात इक्षित परिणाम प्राप्त करते हैं तो ठीक है और घर नहीं करते हैं इसका मतलब केवल यह है कि आपको और अधिक प्रयास करने की आवश्यकता है को बिना किसी अड़चन के और धैर्य के साथ प्रयास करते रहना है एक न एक दिन ऐसा होगा कि जब आपका वह कार्य सफल होगा और आप के लिए इच्छित परिणाम प्राप्त होगा