संक्षिप्त जानकारी इंसान के हाथ में केवल वर्तमान होता है वह ना अपने भूतकाल में जाकर कुछ बदल सकता है और ना ही अपने भविष्य में जाकर कुछ अपने लिए पहले से ही कुछ कर सकता है इंसान जो भी कुछ कर सकता है वह इस पल पर कर सकता है यानी कि वर्तमान में कर सकता है जो इंसान भविष्य के बारे में सोच सोच कर परेशान रहते हैं भविष्य की परेशानियों को सोच सोच कर चिंतित रहते हैं वह व्यर्थ की चिंता करते हैं और जो लोग अपनी भूतकाल की गलतियों के लिए प्रताप करते हैं और उन्हें गलतियों के लिए सोचते रहते हैं और अपने वर्तमान को खराब करते हैं यह दोनों ही कंडीशन गलत है इंसान को केवल अपने वर्तमान समय यानी कि जो समय फिलहाल चल रहा है जो समय वह इंसान कुछ कर रहा है उस कार्य की सफलता के लिए प्रयास करना चाहिए
जैसे महेश नाम वाले व्यक्ति को उसके ऑफिस से निकाल दिया गया और उसकी नौकरी चली गई नौकरी चली जाने के कारण वह बेकार और बेरोजगार हो गया वह अपनी संपूर्ण समय में सुबह से लेकर शाम तक रात तक केवल एक बात सोचता रहता कि आखिरकार मुझे नौकरी से क्यों निकाला गया आखिरकार मेरी ऐसी कौन सी गलती थी उसके बाद से निकाल दिया गया और केवल इसी सोच के चलते बीमार रहने लगा काफी दिनों तक सोचने के बाद उसे लगा कि उसे वापस जाकर बहुत से सॉरी बोलना चाहिए या उसी नई नौकरी ढूंढनी चाहिए बस यह सोच रहा था कि उसे क्या गलती हुई जिसके कारण से निकाल दिया गया या उसे क्या करना चाहिए जिससे उसे नौकरी मिल सके
महेश दोनों ही परिस्थितियों में गलत सोच रहा था उसे क्या गलती हुई जिसके कारण उसे नौकरी से निकाला गया इस तथ्य पर विचार करना बहुत जरूरी है यह पता लगाना भी बहुत जरूरी है कि इंसान से क्या गलती हुई जिससे कि वह गलती भविष्य ना हो लेकिन केवल उसी बात को हमेशा सोचते रहना यह गलत है महेश दूसरी कंडीशन में अच्छी नौकरी पाने का प्रयास करने के बजाय सोचता रहता यह भी गलत है इन दोनों ही कंडीशन में महेश केवल अपने भूतकाल की और भविष्य के बारे में सोच रहा है उसने यह कभी नहीं सोचा कि वह अब क्या करें अब क्या करना चाहिए उसकी नौकरी चली गई उसे अब क्या करना चाहिए कोई इंसान फेल हो गया उसे अब क्या करना चाहिए वह क्यों फेल हुआ यह जाना जरूरी है लेकिन उसे फिर होने के बाद अब क्या करना है यह सोचना और करना जरूरी है क्योंकि इंसान का वर्तमान ही उसके भविष्य को बदल सकता है भूतकाल नहीं और भविष्य को वर्तमान बनाने के लिए तो मैं वर्तमान में कार्य करना पड़ेगा उसके बारे में एक उचित रणनीति बनानी होगी
अब क्या कर रहे हो यह सोचो ना कि कल क्या करोगे या कल तुम्हारे साथ क्या हुआ था
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सरकारी रिजल्ट baba.com की तरफ से आपको ढेर सारी शुभकामनाएं साथ ही आपके उज्जवल भविष्य की कामना
लेखक , यतेंद्र सिंह